अंकिता यादव,संवाददाता वाराणसी

इतिहास के पन्नों में अब तक कई महामारियों का प्रकोप दर्ज है, कोरोना वायरस से पहले भी कई महामारियां आई थी, जिसका दंश भारत ने झेला है। ऐसे कई घातक महामारी के चपेट में आकर लाखों लोगों ने अपनी जान गवाईं। लेकिन कोरोना महामारी प्रकोप सबसे ज्यादा व्यापक और घातक रहा है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही कई महामारी उनके प्रकोप, नियंत्रण और किस प्रकार इसने देश को प्रभावित किया यह बताएँगे। जो भारत ने 1990 के दशक में देखे है। जैसे कि सार्स का प्रकोप, स्वाइन फ्लू, हैजा, चेचक, प्लेग, डेंगू व् अन्य कई महामारी जिनका प्रकोप काफी भयावह था। 

सबसे पहले जानते है कि महामारी क्या होती है?

जब किसी रोग का प्रकोप सामान्य की अपेक्षा बहुत अधिक होता तो उसे महामारी  कहते हैं। महामारी किसी एक स्थान, क्षेत्र या जनसंख्या के भूभाग पर सीमित होती है। यदि कोई बीमारी दूसरे देशों और दूसरे महाद्वीपों में भी फ़ैल जाए तो उसे पैनडेमिक (pandemic) कहते हैं। WHO ने कोरोना वायरस को पैनडेमिक यानी महामारी घोषित कर दिया है। सरल शब्दों में पैनडेमि